-दीपक दुआ…
दिल्ली के नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से प्रशिक्षित प्रसिद्ध अभिनेता-निर्देशक राकेश चतुर्वेदी ‘ओम’ को दर्शक अक्षय कुमार की फिल्म ‘केसरी’ में मुल्ला सैदुल्लाह के किरदार से भरपूर पहचानते हैं। बतौर अभिनेता ‘परजानिया’, ‘यूं होता तो क्या होता’, ‘पैडमैन’, ‘धूर्त’, ‘मी रक्सम’, ‘शैडो असैसिन्स’, वेब-सीरिज़ ‘फाड़ू’ आदि में काम कर चुके राकेश रंगमंच पर एक किस्सागो की तरह कहानियां भी मंचित करते हैं। निर्देशक के तौर पर नसीरुद्दीन शाह को लेकर ‘बोलो राम’ और मनोज पाहवा के साथ ‘भल्ला एट हल्ला डॉट कॉम’ दे चुके हैं। अब वह अपनी तीसरी फिल्म ‘मंडली’ लेकर आ रहे हैं जो 27 अक्टूबर को रिलीज होने वाली है।
इस फिल्म की थीम के बारे में राकेश बताते हैं, ‘एक पंक्ति में कहूं तो यह बल बनाम विश्वास की कहानी है। एक तरफ ताकत है और दूसरी ओर आस्था। इन दोनों के बीच का जो संघर्ष है, वही इस फिल्म में दिखाया गया है।’
रामलीला में कुरीतियों के चलन की बात करती इस फिल्म की कहानी के बारे में राकेश बताते हैं, ‘यह एक ऐसे छोटे शहर की कहानी है जहां रामलीलाओं के मंचन के दौरान आइटम नंबर जैसी कुछ ऐसी चीज़ें दिखाई जाती हैं जो रामलीला के माहौल को दूषित करती हैं। ऐसे में हमारी कहानी का जो नायक है पुरुषोत्तम, वह इसका विरोध करता है, लड़ता है और बंद हुई मंडली को वापस लेकर आता है। उधर रामलीला के जो कलाकार हैं, वे किन मुश्किलों और दुविधाओं से गुजरते हैं, यह भी इसमें दिखाया गया है।’
राकेश का कहना है कि उन्हें इस फिल्म की कहानी का आइडिया मुंशी प्रेमचंद की ‘रामलीला’ नाम की कहानी से मिला जो इसी थीम पर थी जिसमें कुछ जगहों पर लोग रामलीलाओं के दौरान दर्शकों को लुभाने के लिए फूहड़ डांस करवाते हैं। फिल्म बनाने के दौरान आई मुश्किलों के बारे में राकेश का कहना है, ‘मुश्किलें तो हर फिल्म के बनने के दौरान आती हैं लेकिन मैं इस फिल्म के निर्माता प्रशांत कुमार गुप्ता और उनकी कंपनी रेलटिक पिक्चर्स का आभारी हूं कि उन्होंने इस किस्म के विषय को समझा और उसमें अपना विश्वास जताते हुए मुझे ठीक वैसी ही फिल्म बनाने की छूट दी, जैसी मैं बनाना चाहता था। बाकी, हर फिल्मकार को लगता है कि उसे सब पता है लेकिन जब काम शुरू होता है तो नई-नई चुनौतियां आने लगती हैं लेकिन उनके हल भी खोजे जाते हैं और यही सफर ही एक फिल्मकार को मैच्योर बनाता है। एक बड़ा चैलेंज यह जरूर था कि इस विषय पर बनी फिल्म कहीं से रूखी न बन जाए। लेकिन ऐसा नहीं हुआ है और यह मनोरंजन में लपेट कर एक सार्थक संदेश दे पाने में सफल फिल्म बन सकी है।
राकेश ने इस फिल्म की पूरी शूटिंग उत्तर प्रदेश के मथुरा व आसपास के इलाकों में की है जिसमें अभिषेक दुहान, रजनीश दुग्गल, आंचल मुंजाल, नीरज सूद, कंवलजीत सिंह, विनीत कुमार, सहर्ष कुमार शुक्ला, अलका अमीन, बृजेंद्र काला, अश्वत्थ भट्ट जैसे कलाकार है। ये कलाकार बॉक्स-ऑफिस के नजरिए से ‘बिकाऊ’ नहीं हैं। इस बारे में राकेश कहते हैं कि ये सभी उम्दा कलाकार हैं लेकिन इस फिल्म का कंटेंट अपने-आप में जानदार है और मुझे उम्मीद हैं लोग इस फिल्म को देख कर इससे जुड़ाव महसूस करेंगे और इसे पसंद भी करेंगे।
आगे की तैयारियों पर राकेश बताते हैं, ‘दो वेब-सीरिज़ और दो फिल्मों की स्क्रिप्ट तैयार है और उम्मीद है कि बहुत जल्द इनमें से कोई एक फ्लोर पर चली जाएगी। साथ ही एक्टिंग का काम भी चल ही रहा है।’
(नोट-यह इंटरव्यू कनाडा से प्रकाशित होने वाले हिन्दी साप्ताहिक ‘हिन्दी अब्रॉड’ के 6 अक्टूबर, 2023 के अंक में छपा है।)
फिल्म ‘मंडली’ का ट्रेलर देखने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें…
रिव्यू-विश्वास जगाने आई ‘मंडली’
(दीपक दुआ फिल्म समीक्षक व पत्रकार हैं। 1993 से फिल्म–पत्रकारिता में सक्रिय। मिज़ाज से घुमक्कड़। ‘सिनेयात्रा डॉट कॉम’ (www.cineyatra.com) के अलावा विभिन्न समाचार पत्रों, पत्रिकाओं, न्यूज पोर्टल आदि के लिए नियमित लिखने वाले दीपक ‘फिल्म क्रिटिक्स गिल्ड’ के सदस्य हैं और रेडियो व टी.वी. से भी जुड़े हुए हैं।)
Very nice 👌 हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं