रिव्यू-कल के लिए उम्मीद जगाती ‘कल्कि’
-दीपक दुआ... (This Review is featured in IMDb Critics Reviews) कुछ फिल्में ‘क्रिटिक-प्रूफ’ होती हैं। यानी दर्शकों को इससे कोई ...
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Read more-दीपक दुआ... (This Review is featured in IMDb Critics Reviews) इस रिव्यू की हैडिंग पढ़ कर अगर आप सोच रहे ...
Read more-दीपक दुआ... (This review is featured in IMDb Critics Reviews) अच्छाई और बुराई, प्रकाश और अंधकार की लड़ाई युगों-युगों से ...
Read more-दीपक दुआ... (This review is featured in IMDb Critics Reviews) फिल्म का आखिरी सीन देखिए। गुंडागर्दी छोड़ कर फुटबॉल खेलने ...
Read more-दीपक दुआ… (This review is featured in IMDb Critics Reviews) एक पहाड़ी रास्ता। बर्फबारी ज़ोरों पर। दूर-दूर तक कोई नहीं। ...
Read more-दीपक दुआ... (This Review is featured in IMDb Critics Reviews) लखनऊ की एक बहुत पुरानी हवेली फातिमा महल। एकदम खंडहर। उसकी ...
Read more-दीपक दुआ... (This review is featured in IMDb Critics Reviews) एक औरत और उसका प्रेमी मज़े करके लौट रहे हैं। ...
Read more-दीपक दुआ... (This review is featured in IMDb Critics Reviews) आखिर एक लंबे इंतज़ार और काफी सारे शोर-शराबे के बाद ‘ठग्स ...
Read more-दीपक दुआ... (This review is featured in IMDb Critics Reviews) पहली कहानी-दो बूढ़े। पहला बूढ़ा-ओल्ड स्कूल। अपने बुढ़ापे को स्वीकार ...
Read more-दीपक दुआ... (This review is featured in IMDb Critics Reviews) सरकार यानी सुभाष नागरे अब करीब 75 साल के हैं। ...
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