-दीपक दुआ… (This review is featured in IMDb Critics Reviews)
करोड़ों के हीरे एक हवाई जहाज में यहां से वहां जाने हैं। लड़के की उन पर निगाह है। उसकी प्रेमिका उसी जहाज में एयरहोस्टेस है। लेकिन तभी प्लेन हाइजैक हो जाता है। प्लान गड़बड़ा जाता है। मगर डेढ़ सौ लोगों में हाइजैकर सिर्फ उसी लड़के को ही क्यों मारते हैं? सरकारी लोग भी हैरान हैं कि आखिर चल क्या रहा है? तो क्या जो चल रहा है क्या वही सच है? या फिर जो चलना चाहिए था वह चला ही नहीं? हो सकता है कि जो चल रहा है, वही चलना चाहिए था…!
ऐसी थ्रिलर फिल्में जिनमें कोई बड़ी चोरी प्लान की गई हो यदि उनकी स्क्रिप्ट में कसाव और तार्किकता व निर्देशन में रफ्तार हो तो वे दर्शकों को बांधने में खासी कामयाब होती हैं। यहां भी ऊपरी तौर पर तो यही लगता है कि हमने जो देखा वह अलग था, हट के था, जंच रहा था लेकिन कुछ देर बाद जब भावनाओं का उबाल ठंडा होता है तो इसकी स्क्रिप्ट के छेद साफ-साफ दिखाई देने लगते हैं। कहानी तो खैर इसकी अलग है ही कि एक प्लेन में हीरों की चोरी होनी है लेकिन प्लेन ही हाइजैक हो जाता है। मगर इसकी पटकथा में ऐसे एक नहीं कई सारे क्षण आते हैं जब लगता है कि लिखने वालों से तो चूक हुई ही, उसे परखने वाले भी पैनी निगाह नहीं रख सके। कभी-कभी उन किरदारों की बुद्धि भी शक होता है जो हवाई जहाज को हाइजैक कर रहे थे कि ऐसे आम लोग इतनी खास प्लानिंग कैसे कर सकते हैं। खैर, फिल्म है तो उसमें ‘फिल्मीपन’ तो होगा ही।
सन्नी कौशल धीरे-धीरे अपने पंख खोल रहे हैं। उनके काम से आप निराश नहीं हो सकते। यामी गौतम अपने किरदारों को अच्छे-से निभाना जानती हैं। शरद केलकर के किरदार को और विस्तार मिलना चाहिए था। बाकी कलाकार ठीक रहे। गीत-संगीत साधारण रह गया।
निर्देशक अजय सिंह इससे पहले दो हल्की फिल्में बना चुके हैं जिन्हें कोई चर्चा तक नहीं मिली थी। इस बार उन्हें बड़ा मौका मिला और उन्होंने अपने तईं भरपूर कोशिश भी की। लेकिन फिल्म कहीं-कहीं उनके हाथ से छूटती नज़र आती है। कहीं इसकी गति धीमी पड़ जाती है तो कभी एडिटिंग इसे झूला झुला देती है।
बावजूद इन कमियों के नेटफ्लिकस पर आई इस थ्रिलर फिल्म में इतना तो है कि इसे एक बार देखा जाए, बशर्ते कि आपके पास देखने को कुछ और न हो। अंत में थोड़ी हल्की, थोड़ी लाचार होकर यह सीक्वेल की संभावना भले ही छोड़ गई हो लेकिन उस सीक्वेल के लिए यह कोई बहुत ज़्यादा उत्सुकता नहीं छोड़ पाती है।
(रेटिंग की ज़रूरत ही क्या है? रिव्यू पढ़िए और फैसला कीजिए कि यह कितनी अच्छी या खराब है। और हां, इस पोस्ट के नीचे कमेंट कर के इस रिव्यू पर अपने विचार ज़रूर बताएं।)
Release Date-24 March, 2023 on Netflix
(दीपक दुआ फिल्म समीक्षक व पत्रकार हैं। 1993 से फिल्म–पत्रकारिता में सक्रिय। मिज़ाज से घुमक्कड़। ‘सिनेयात्रा डॉट कॉम’ (www.cineyatra.com) के अलावा विभिन्न समाचार पत्रों, पत्रिकाओं, न्यूज पोर्टल आदि के लिए नियमित लिखने वाले दीपक ‘फिल्म क्रिटिक्स गिल्ड’ के सदस्य हैं और रेडियो व टी.वी. से भी जुड़े हुए हैं।)
एकदम बढ़िया रिव्यु! पहले बार देखते हुए फिल्म दर्शको को अपनी सीट से चिपकाए रखें मे कामयाब होती है मध्यांतर तक आते आते पता लगने लगता है कि इसके पीछे कौन है और साथ ही बड़ी हैरानी होती है कि ऐसे आम लोग इतनी बड़ी प्लानिंग, प्लेन हाईजैक को कैसे अंजाम दे सकते हैं? और भी कई खामियां नजर आने लगती हैं! फिर भी फिल्म हट के है..! विकी कौशल का अभिनय बढ़िया है और यामी गौतम सही खेल गई! पैसा वसूल फ़िल्म है धन्यवाद