-दीपक दुआ… (This review is featured in IMDb Critics Reviews)
टर्टल यानी कछुआ। कहते हैं कि कछुआ पानी के स्रोत को खोद कर गहरा कर देता है। रामकरण का भी प्रण है कि वह अपने सूखे गांव में पानी लाएगा। चाहे इसके लिए उसे खुद गड्ढा खोदना पड़े, तंत्र-मंत्र करने पड़ें, ज़मीन गिरवी रखने पड़े या किसी से दुश्मनी ही क्यों न लेनी पड़े। तो क्या रामकरण अपने काम में सफल हो पाया?
राजस्थानी भाषा की सर्वश्रेष्ठ फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार पा चुकी इस फिल्म में राजस्थान की एक ऐसी ढाणी (गांव) का चित्रण है जहां के लोग पानी की कमी से त्रस्त हैं। पानी के एकमात्र स्रोत पर जिन लोगों का कब्जा है वे लोग पैसे लेकर पानी देते हैं। लेकिन रामकरण की ज़िद है कि वह ढाणी वालों के लिए पानी लेकर ही आएगा।
अपनी कहानी और उसे कहने के ढंग से यह फिल्म किसी लोककथा-सा आभास देती है। इसे देखते हुए कई बार यह लगता है कि आप किसी रंगमंचीय प्रस्तुति को देख रहे हैं। लेकिन कई बार अपने विज़ुअल्स में यह इतना अधिक प्रभाव छोड़ देती है कि आप सन्न रह जाते हैं। यह फिल्म न तो कोई उपदेश देती है, न कोई सुझाव और न ही यह कोई हल बताती है। यह तो बस, सीधे-सीधे यह दिखा देती है कि जल नहीं होगा तो कल नहीं होगा। न रिश्ते होंगे, न वादे होंगे, न प्यार होगा होगा और न ही आदर। धरती का पानी सूखेगा तो आंख का पानी भी सूख जाएगा।
कहानी में ढेरों रूपकों का इस्तेमाल करके लेखक-निर्देशक दिनेश एस. यादव इसे एक ऊंचाई पर ले जाते हैं। निर्माता अशोक चौधरी के दुस्साहस की भी सराहना होनी चाहिए जो ऐसी फिल्म को बना पाए। रामकरण के किरदार में संजय मिश्रा असर छोड़ते हैं तो बाकी के कलाकार अमोल देशमुख, अंकित अनिल शर्मा, मोनिका शर्मा, हेमंत सोनी, यश राजस्थानी, ज़ोया शाह आदि भी भरपूर साथ निभाते हैं। प्रख्यात अलगोज़ा वादक रामनाथ चौधरी का बार-बार आना समां बांधता है। लगभग 65 मिनट की यह फिल्म ज़ी-5 पर देखी जा सकती है।
(रेटिंग की ज़रूरत ही क्या है? रिव्यू पढ़िए और फैसला कीजिए कि फिल्म कितनी अच्छी या खराब है। और हां, इस रिव्यू पर अपने विचार ज़रूर बताएं।)
Release Date-31 December, 2021
(दीपक दुआ फिल्म समीक्षक व पत्रकार हैं। 1993 से फिल्म-पत्रकारिता में सक्रिय। मिज़ाज से घुमक्कड़। ‘सिनेयात्रा डॉट कॉम’ (www.cineyatra.com) के अलावा विभिन्न समाचार पत्रों, पत्रिकाओं, न्यूज पोर्टल आदि के लिए नियमित लिखने वाले दीपक ‘फिल्म क्रिटिक्स गिल्ड’ के सदस्य हैं और रेडियो व टी.वी. से भी जुड़े हुए हैं।)