• Home
  • Film Review
  • Book Review
  • Yatra
  • Yaden
  • Vividh
  • About Us
CineYatra
Advertisement
  • होम
  • फिल्म/वेब रिव्यू
  • बुक-रिव्यू
  • यात्रा
  • यादें
  • विविध
  • हमारे बारे में
No Result
View All Result
  • होम
  • फिल्म/वेब रिव्यू
  • बुक-रिव्यू
  • यात्रा
  • यादें
  • विविध
  • हमारे बारे में
No Result
View All Result
CineYatra
No Result
View All Result
ADVERTISEMENT
Home फिल्म/वेब रिव्यू

रिव्यू-सपनों के पन्ने पलटता ‘फन्ने खां’

Deepak Dua by Deepak Dua
2018/08/03
in फिल्म/वेब रिव्यू
0
रिव्यू-सपनों के पन्ने पलटता ‘फन्ने खां’
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

-दीपक दुआ… (This review is featured in IMDb Critics Reviews)

फन्ने खां खुद तो बड़ा गायक बन नहीं पाया लेकिन अपनी बेटी लता को बड़ी गायिका बनाने के लिए वह कुछ भी करने को तैयार है। एक दिन उसकी टैक्सी में नामी सिंगर बेबी सिंह बैठती है और वो उसे किडनैप कर लेता है। फिरौती में वह चाहता है कि उसकी बेटी को गाने का मौका दिया जाए। लेकिन पासा पलट जाता है और…!

अपने बच्चों के लिए सपने देखने और उनके सपनों को सच करने में जुटे मां-बाप की कहानियां इधर लगातार आ रही हैं। लेकिन ऐसी ज़्यादातर फिल्मों में मां-बाप अपने सपने बच्चों पर थोपते ही दिखाई देते हैं। ‘जो मैं नहीं बन पाया, वो मेरी बेटी या बेटा बनेगा’ टाइप की ये कहानियां अगर प्रेरणादायक हों, भावुक करती हों, हंसाती या रुलाती हों, चुभती या कोंचती हों तो चलता है। लेकिन यहां ऐसा कुछ भी नहीं दिखता। फन्ने को पता है कि कितने लाख में उसकी बेटी का अलबम बन सकता है। लेकिन वो पैसे लेने की बजाय उसके लिए चांस चाहता है। किडनैप हो चुकी सिंगर उसकी कैद में खुश है, लेकिन वो उससे मदद मांगने की बजाय उसके मैनेजर से डील करता है। सच तो यह है कि यह कहानी सहजता से बहने की बजाय लेखक की मनमानी से चलती दिखाई देती है। स्क्रिप्ट न सिर्फ धीमी है बल्कि बार-बार झोल भी खाती है। संवादों में कोई दम नहीं है। लता अपने पिता से इतनी खफा क्यों है, इसका कोई कारण तो बताया जाता। म्यूज़िकल फिल्म होने के बावजूद एक गाने को छोड़ बाकी सब हल्के हैं।

अनिल कपूर, ऐश्वर्या राय बच्चन, राजकुमार राव, गिरीश कुलकर्णी, दिव्या दत्ता आदि मंजे हुए कलाकार हैं लेकिन फिल्म उन्हें कोई ऐसा बड़ा मौका नहीं देती कि वे गहरा असर छोड़ सकें। लता के किरदार में नई अदाकारा पीहू संड अपनी सहजता से प्रभावित करती हैं। अपने अभिनेता पिता परितोष संड और अभिनेत्री मां सपना संड (‘बरेली की बर्फी’ में राजकुमार राव की मां) की विरासत को उन्होंने बखूबी संभाला है।

बड़े-बड़े सितारों की मौजूदगी से फिल्म के प्रति जो उम्मीदें बंधती हैं, यह उन पर खरी नहीं उतरती। फिल्म न तो ठहाके लगवा पाती है, न भावुक कर पाती है, न इसमें कोई थ्रिल है, न यह आपके ज़ेहन में जगह बना पाती है। हां, इसे देखते हुए एक मुस्कुराहट ज़रूर आपके होठों पर लगातार बनी रहती है। पर जब 130 मिनट भी लंबे लगने लगें तो कसूर उस नए निर्देशक (अतुल मांजरेकर) के साथ-साथ उन स्थापित निर्माताओं (अनिल कपूर, राकेश ओमप्रकाश मेहरा, भूषण कुमार) का ज़्यादा गिना जाएगा जो कहानी और पटकथा में वजन डालने की बजाय बस, दो और दो पांच करने की फिराक में रहते हैं।

अपनी रेटिंग-दो स्टार

Release Date-03 August, 2018

(दीपक दुआ फिल्म समीक्षक व पत्रकार हैं। 1993 से फिल्म-पत्रकारिता में सक्रिय। मिज़ाज से घुमक्कड़। ‘सिनेयात्रा डॉट कॉम’ (www.cineyatra.com) के अलावा विभिन्न समाचार पत्रों, पत्रिकाओं, न्यूज पोर्टल आदि के लिए नियमित लिखने वाले दीपक ‘फिल्म क्रिटिक्स गिल्ड’ के सदस्य हैं और रेडियो व टी.वी. से भी जुड़े हुए हैं।)

Tags: ‘फन्ने खां’aishwarya ray bachchanAnil Kapooratul manjrekarbhushan kumardivya duttafanney khanfanney khan reviewgirish kulkarnirajkummar raorakeysh omprakash mehrat series
ADVERTISEMENT
Previous Post

रिव्यू-इस ‘मुल्क’ में इतनी भी गर्म हवा नहीं

Next Post

रिव्यू-हसीन पलों का ‘कारवां’

Related Posts

रिव्यू-फौजियों को हौले-से सलाम करती ‘फौजा’
CineYatra

रिव्यू-फौजियों को हौले-से सलाम करती ‘फौजा’

रिव्यू-‘ज़रा हटके’ एंटरटेंनिंग ‘ज़रा बचके’ बोरिंग
CineYatra

रिव्यू-‘ज़रा हटके’ एंटरटेंनिंग ‘ज़रा बचके’ बोरिंग

रिव्यू-जोगी का टाइमपास जुगाड़
CineYatra

रिव्यू-जोगी का टाइमपास जुगाड़

रिव्यू-कांटों में राह बनाने को ‘सिर्फ एक बंदा काफी है’
CineYatra

रिव्यू-कांटों में राह बनाने को ‘सिर्फ एक बंदा काफी है’

रिव्यू-कम रसीले ‘कच्चे लिंबू’
फिल्म/वेब रिव्यू

रिव्यू-कम रसीले ‘कच्चे लिंबू’

रिव्यू-थोड़ा कच्चा थोड़ा पका ‘कटहल’
CineYatra

रिव्यू-थोड़ा कच्चा थोड़ा पका ‘कटहल’

Next Post
रिव्यू-हसीन पलों का ‘कारवां’

रिव्यू-हसीन पलों का ‘कारवां’

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

  • होम
  • फिल्म/वेब रिव्यू
  • बुक-रिव्यू
  • यात्रा
  • यादें
  • विविध
  • हमारे बारे में
संपर्क – dua3792@yahoo.com

© 2021 CineYatra - Design & Developed By Beat of Life Entertainment.

No Result
View All Result
  • होम
  • फिल्म/वेब रिव्यू
  • बुक-रिव्यू
  • यात्रा
  • यादें
  • विविध
  • हमारे बारे में

© 2021 CineYatra - Design & Developed By Beat of Life Entertainment.