-दीपक दुआ… (This review is featured in IMDb Critics Reviews)
2021 में अपनी कन्नड़ फिल्म ‘कोली ताल’ (चिकन करी) लाकर तारीफें पाने वाले फिल्मकार अभिलाष शैट्टी अब उसी कतार में ‘नाले राजा कोली माजा’ (संडे स्पेशल) नाम की यह फिल्म लेकर आए हैं।
स्नेहा के घर में हर संडे को चिकन बनता है। पूरे हफ्ते उसे इस दिन का इंतज़ार रहता है। लेकिन इस संडे को है गांधी जयंती और इस दिन चिकन की दुकानें बंद रहती हैं। अब स्नेहा को तो चिकन खाना ही खाना है। अब शुरू होती है चिकन की तलाश जो उसे एक दिलचस्प सफर पर ले जाती है।
महज़ दो दिन की इस छोटी-सी कहानी को लेखक-निर्देशक अभिलाष ने रोचकता से फैलाया है और अंत में सार्थकता से समेटा भी है। बतौर लेखक वह यह संदेश दे पाने में सफल रहे हैं कि इंसान की खाने-पीने की अपनी-अपनी चॉयस होती है और किसी दूसरे को इस आधार पर उसे जज करने का कोई अधिकार नहीं है। अभिलाष के निर्देशन में परिपक्वता है और पूरी फिल्म में वह कसावट बनाए रखते हैं। यह फिल्म मनोरंजक है, दिलचस्प है और प्यारी भी।
स्नेहा बनी समृद्धि कुंडापुरा का अभिनय बेहद स्वाभाविक है। बाकी कलाकारों ने भी उम्दा काम किया है। कन्नड़ फिल्म है सो कर्नाटक में ही रिलीज़ हुई है। मुमकिन है कभी किसी ओ.टी.टी. प्लेटफॉर्म पर भी आ जाए, तो देखिएगा इसे।
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Release Date-9 May, 2025 in theaters
(दीपक दुआ राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त फिल्म समीक्षक हैं। 1993 से फिल्म–पत्रकारिता में सक्रिय। ‘सिनेयात्रा डॉट कॉम’ (www.cineyatra.com) के साथ–साथ विभिन्न समाचार पत्रों, पत्रिकाओं, वेब–पोर्टल, रेडियो, टी.वी. आदि पर सक्रिय दीपक ‘फिल्म क्रिटिक्स गिल्ड’ के सदस्य भी हैं।)