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Home यादें

यादें-1998 की वह पहली मुंबई यात्रा (भाग-4)

Deepak Dua by Deepak Dua
1998/08/22
in यादें
1
यादें-1998 की वह पहली मुंबई यात्रा (भाग-1)
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-दीपक दुआ…

25 अगस्त, 1998 के उस दिन का प्रोग्राम हम लोग पिछली रात ही तय कर चुके थे।

(पिछला भाग पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें)

‘यह है राज़’…!

सबसे पहले हम लोग मलाड पश्चिम स्थित कांचपाड़ा गए जहां ज़ी म्यूज़िक वालों का ऑफिस था। यहां के बाद अब हमारा अगला ठिकाना था वर्सोवा स्थित ‘हरमेश विला’ नाम का वह बंगला जहां स्टार टी.वी. पर आने वाले धारावाहिक ‘यह है राज़’ की शूटिंग चल रही थी। शूटिंग स्थलों पर बिन बुलाए पहुंचने पर किसी का भी स्वागत नहीं होता, चाहे वह मीडिया वाले ही क्यों न हों। लेकिन यहां हमारे आने की खबर पहले से ही थी सो हम लोग काफी देर तक यहां शूटिंग देखते रहे। इस बंगले के पिछली तरफ समुंदर था। पहली मंज़िल की बॉल्कनी पर खड़े होकर हमने काफी देर वे खूबसूरत नज़ारे देखे। इस बीच धारावाहिक के निर्देशक शाहजहां से कुछ बातें हुईं और इस सीरियल में पुलिस अफसर का रोल कर रहीं अदाकारा दीप्ति भटनागर से भी एक लंबा इंटरव्यू किया जो बाद में ‘चित्रलेखा’ में प्रकाशित हुआ जिसे नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर के पढ़ा जा सकता है।

ओल्ड इंटरव्यू : काम की कमी नहीं-दीप्ति भटनागर

फिल्म ‘कौन’ की शूटिंग का ऑफर

शूटिंग तो लंबी चलनी थी और हमें और भी कई जगह जाना था सो वहां से निकल कर पास ही एक रेस्टोरेंट में पेट पूजा करने के बाद हम ऑटो पकड़ कर लक्ष्मी एस्टेट जा पहुंचे। यहां टिप्स म्यूज़िक के बेहद शानदार ऑफिस में कुछ लोगों से मिले और फिर पास ही स्थित सोनी टी.वी. के ऑफिस में उनकी प्रचार-टीम से हमारी मुलाकात हुई। यहां के बाद हम लोग 7 बंगला स्थित फिल्म इंडस्ट्री के वरिष्ठ प्रचारक आर.आर. पाठक साहब के ऑफिस जा पहुंचे। फिल्मी दुनिया के एक बहुत ही प्रतिष्ठित व सम्मानित नाम पाठक जी ने कई बड़ी फिल्मों व फिल्मी हस्तियों का प्रचार किया और कई बड़ी फिल्मी हस्तियां तक उनके पांव छूकर उनसे मिला करती थीं। उन्होंने बताया कि वह इन दिनों खंडाला में चल रही रामगोपाल वर्मा की मनोज वाजपेयी, उर्मिला मातोंडकर वाली फिल्म ‘कौन’ का प्रचार-कार्य भी देख रहे हैं। इस फिल्म की शूटिंग सिर्फ रात में हो रही थी। पाठक साहब ने बताया कि वह उसी सुबह वहां से लौटे हैं और दो दिन बाद वह फिर वहां जाएंगे और यदि हम चाहें तो उनके साथ खंडाला चल सकते हैं। हमारा मन तो बहुत था लेकिन उससे हमारा प्रोग्राम गड़बड़ा जाता, सो उन्हें मना कर हम लोग वहां से निकल पड़े।

जुहू चौपाटी और रेन डांस

आर.आर. पाठक साहब से विदा लेकर हम एक बस पकड़ कर जुहू बीच जा पहुंचे। मुंबई घूमने के लिए आने वाले हर शख्स के लिए यह एक ज़रूरी जगह है। कुछ देर यहां की रौनक-मस्ती देखने के बाद हम लोग पास ही स्थित जुहू सैंटूर होटल में थे। दरअसल अगले दिन गणेश चतुर्थी थी और यहां पर ‘इन टी.वी.’ के सौजन्य से ‘डांस इन रेन’ पार्टी आयोजित की गई थी जिसका सीधा प्रसारण केबल टी.वी. के ज़रिए पूरी मुंबई में हो रहा था। बीते दिन इन टी.वी. वालों ने हमें इसी पार्टी का न्यौता दिया था। यहां फिल्मों और टी.वी. के कई कलाकार भी मौजूद थे। यह पार्टी वहां के जिस स्विमिंग पूल के किनारे हो रही थी उसे देख कर हमें याद आया कि यह जगह हम कई सारी हिन्दी फिल्मों में भी देख चुके हैं। यहां काफी देर बिताने के बाद हम लोग बस पकड़ कर जब मलाड वापस पहुंचे तो फ्लैट में मौजूद सब लोग टी.वी. पर इसी रेन डांस पार्टी का लाइव टेलीकास्ट देख रहे थे। जब हमने उन्हें बताया कि हम यहीं से लौट रहे हैं तो उन्हें सुखद आश्चर्य हुआ। लेकिन इससे भी ज़्यादा बड़े आश्चर्य तो अगले दिन होने थे।

(आगे पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें)

(दीपक दुआ फिल्म समीक्षक व पत्रकार हैं। 1993 से फिल्म–पत्रकारिता में सक्रिय। ‘सिनेयात्रा डॉट कॉम’ (www.cineyatra.com) के अलावा विभिन्न समाचार पत्रों, पत्रिकाओं, न्यूज पोर्टल आदि के लिए सिनेमा व पर्यटन पर नियमित लिखने वाले दीपक ‘फिल्म क्रिटिक्स गिल्ड’ के सदस्य हैं और रेडियो व टी.वी. से भी जुड़े हुए हैं।)

Tags: deepti bhatnagarjuhukaunmanoj bajpayeemumbaimumbai 1998r.r. pathakurmila matondkar
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Comments 1

  1. NAFEES AHMED says:
    11 months ago

    वाह्ह रेन पार्टी…. औऱ मजा…. खूब रश होगा

    Reply

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