-दीपक दुआ…
देश के चुनिंदा फिल्म समीक्षकों की संस्था ‘फिल्म क्रिटिक्स गिल्ड’ हर साल की तरह इस बार भी ‘क्रिटिक्स चॉइस अवार्ड’ देने जा रही है। इस बार होने जा रहे अवार्ड्स के लिए साल 2021 में सिनेमाघरों और ओ.टी.टी. मंचों पर रिलीज़ हुईं तमाम भारतीय भाषाओं की फिल्मों को क्रिटिक्स की कई टीमों ने देखा और कई राउंड्स के बाद उनमें से चुनिंदा फिल्मों व उनसे जुड़े लोगों को फाइनल में जगह मिली। अब इन फिल्मों को गिल्ड के तमाम सदस्य क्रिटिक्स रैंकिंग दे रहे हैं जिनमें से सर्वश्रेष्ठ को पुरस्कृत किया जाएगा। मुमकिन है आप लोगों ने इनमें से कुछ फिल्में देखी हों। न देखी हों तो देख डालिए क्योंकि ये पिछले साल की बेहतरीन फिल्में हैं। आइए, इनके नामांकनों पर नज़र डालते हैं-
बैस्ट फिल्म-
इस अवार्ड के लिए 10 फिल्मों में कड़ा मुकाबला है। ये हैं-मराठी की ‘द डिसिप्ल, हिन्दी की ‘मील पत्थर’, ‘शेरनी’ व ‘सरदार उधम’, मलयालम की ‘नयात्तु’ और ‘द ग्रेट इंडियन किचन’, कन्नड़ की ‘गरुड़ गमन वृषभ वाहन’, तमिल की ‘जय भीम’, ‘शिवरंजिनियम इन्नम सिला पेंगलम’ और ‘सरपट्टा परमबरई’।
बैस्ट डायरेक्टर-
इस खिताब के लिए नामित हुए पांच लोगों में कन्नड़ की ‘गरुड़ गमन वृषभ वाहन’ के राज बी. शेट्टी, हिन्दी की ‘सरदार उधम’ के शुजित सरकार, तमिल की ‘सरपट्टा परमबरई’ के पा. रंजीत, मराठी की ‘द डिसिप्ल’ के चैतन्य तम्हाणे और मलयालम की ‘द ग्रेट इंडियन किचन’ के जियो बेबी के बीच टक्कर हो रही है।
बैस्ट एक्टर-
इस वर्ग में जिन पांच अभिनेताओं को नामांकित किया गया है वे हैं-हिन्दी की ‘83’ के रणवीर सिंह, कन्नड़ की ‘गरुड़ गमन वृषभ वाहन’ के राज बी. शेट्टी, हिन्दी की ‘मील पत्थर’ के सुविंदर विक्की, हिन्दी की ‘सरदार उधम’ के विक्की कौशल और हिन्दी की ही ‘द व्हाइट टाइगर’ के आदर्श गौरव।
बैस्ट एक्ट्रैस-
इस अवार्ड के लिए हिन्दी की ‘अजीब दास्तान्स’ की कोंकणा सेन शर्मा, तमिल की ‘जय भीम’ के लिए लिजोमोल जोस, मराठी की ‘कारखानीसांची वारी’ की गीतांजलि कुलकर्णी, हिन्दी की ‘शेरनी’ के लिए विद्या बालन और मलयालम की ‘द ग्रेट इंडियन किचन’ की निमिषा सजायन के बीच भिड़ंत हो रही है।
बैस्ट सपोर्टिंग एक्टर-
इस पुरस्कार के लिए जिन पांच अभिनेताओं को फाइनल में जगह मिली है वे हैं-‘गरुड़ गमन वृषभ वाहन’ (कन्नड़) के लिए ऋषभ शेट्टी, ‘मील पत्थर’ (हिन्दी) के लिए लक्षवीर सरन, ‘सरपट्टा परमबरई’ (तमिल) के लिए पशुपति, ‘शेरनी’ (हिन्दी) के लिए विजय राज़ और ‘द डिसिप्ल’ (मराठी) के लिए अरुण द्रविड़।
बैस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रैस-
‘आरक्करियम’ (मलयालम) की पार्वती तिरुवोतु, ‘रामप्रसाद की तेरहवीं’ (हिन्दी) की कोंकणा सेन शर्मा, ‘संदीप और पिंकी फरार’ (हिन्दी) की नीना गुप्ता, ‘शेरनी’ (हिन्दी) की संपा मंडल, ‘तिंकालाझचा निश्चयम’ (मलयालम) के लिए अनघा नारायणन के बीच इस अवार्ड को पाने के लिए मुकाबला होगा।
बैस्ट राईटिंग-
जिन पांच फिल्मों के लेखक इस अवार्ड के लिए आपस में टकरा रहे हैं, वे हैं-कन्नड़ की ‘गरुड़ गमन वृषभ वाहन’ के राज बी. शेट्टी, हिन्दी की ‘मील पत्थर’ के इवान अय्यर व नील मणि कांत, मराठी की ‘द डिसिप्ल’ के चैतन्य तम्हाणे, हिन्दी की ‘सरदार उधम’ के शुभेंदु भट्टाचार्य व रितेश शाह और तमिल की ‘सरपट्टा परमबरई’ को लिखने वाले पा. रंजीत व तमिझ प्रभा।
बैस्ट सिनेमैटोग्राफी-
जिन पांच फिल्मों के कैमरावर्क को सबसे ज़्यादा सराहा गया और उनके डायरेक्टर ऑफ फोटोग्राफी को इस वर्ग में नामांकन मिला, वे हैं-कन्नड़ की ‘गरुड़ गमन वृषभ वाहन’ प्रवीण श्रियन, तमिल की ‘रॉकी’ के पी.बी. श्रीयस कृष्णा, हिन्दी की ‘सरदार उधम’ के अविक मुखोपाध्याय, तमिल की ‘सरपट्टा परमबरई’ के मुरली जी. और मराठी की ‘द डिसिप्ल’ के माइकल सोबोसि्ंसकी।
बैस्ट एडिटिंग-
जिन पांच फिल्मों को बेहद कसी हुई मान कर इस वर्ग में नामित किया गया उनके संपादकों के नाम हैं- प्रवीण श्रियन ‘गरुड़ गमन वृषभ वाहन’ (तमिल), चंद्रशेखर प्रजापति ‘सरदार उधम’ (हिन्दी), सेल्वा आर.के. ‘सरपट्टा परमबरई’ (तमिल), चैतन्य तम्हाणे ‘द डिसिप्ल’ (मराठी) और फ्रांसिस लुइस ‘द ग्रेट इंडियन किचन’ (मलयालम)।
(दीपक दुआ फिल्म समीक्षक व पत्रकार हैं। 1993 से फिल्म-पत्रकारिता में सक्रिय। मिज़ाज से घुमक्कड़। ‘सिनेयात्रा डॉट कॉम’ (www.cineyatra.com) के अलावा विभिन्न समाचार पत्रों, पत्रिकाओं, न्यूज पोर्टल आदि के लिए नियमित लिखने वाले दीपक ‘फिल्म क्रिटिक्स गिल्ड’ के सदस्य हैं और रेडियो व टी.वी. से भी जुड़े हुए हैं।)