‘नक्काश’ मेरे लिए फिल्म नहीं इत्र की खुशबू है…
-इनामुल हक़... बनारस में शूटिंग का पहला दिन था। छोटे शहरों की ‘सिनेमाई जिज्ञासा’ भीड़ में बदलने लगी थी। उसी...
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-इनामुल हक़... बनारस में शूटिंग का पहला दिन था। छोटे शहरों की ‘सिनेमाई जिज्ञासा’ भीड़ में बदलने लगी थी। उसी...
-सौरभ आर्य... (This review is featured in IMDb Critics Reviews) फिल्म का एक दृश्य है जिसमें एक छोटी सी कंस्ट्रक्शन...
-प्रभात पाण्डेय...हिन्दी फिल्मों के सुरीले सफर में विनोद नाम का एक ऐसा संगीतकार भी था जो महज 13 साल तक...
-सत्य व्यास... नवेंदु जी कहा करते थे कि प्रेम की धमक केदार नाथ साहब की तरह होनी चाहिए। पहचानें सब, जाने...