• Home
  • Film Review
  • Book Review
  • Yatra
  • Yaden
  • Vividh
  • About Us
CineYatra
Advertisement
  • होम
  • फिल्म/वेब रिव्यू
  • बुक-रिव्यू
  • यात्रा
  • यादें
  • विविध
  • हमारे बारे में
No Result
View All Result
  • होम
  • फिल्म/वेब रिव्यू
  • बुक-रिव्यू
  • यात्रा
  • यादें
  • विविध
  • हमारे बारे में
No Result
View All Result
CineYatra
No Result
View All Result
ADVERTISEMENT
Home फिल्म/वेब रिव्यू

रिव्यू-‘मोटू पतलू’ में है ‘राउडी राठौड़’ की कहानी

Deepak Dua by Deepak Dua
2016/10/14
in फिल्म/वेब रिव्यू
0
रिव्यू-‘मोटू पतलू’ में है ‘राउडी राठौड़’ की कहानी
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

-दीपक दुआ… (This review is featured in IMDb Critics Reviews)

असली हीरो को विलेन ने मार गिराया तो उसके दोस्त उसके हमशक्ल को हीरो बना कर ले आए जिसने विलेन को जम कर मजा चखाया।

कहिए, याद आ गई न ‘राउडी राठौड़’ और ऐसी ही कई और कहानियां? इस हफ्ते रिलीज हुई 3-डी एनिमेशन फिल्म ‘मोटू पतलू-किंग ऑफ किंग्स’ में कुछ ऐसी ही कहानी है। फुरफुरी नगर के दमदार मोटू और दिमागदार पतलू के साथ उनके साथी डॉ. झटका और घसीटा राम जैसे किरदार हममें से कितनों के ही बचपन का हिस्सा रहे हैं। इस फिल्म में ये सर्कस से भागे एक शाकाहारी शेर को जंगल पहुंचाते-पहुंचाते ऐसे लोगों से भिड़ जाते हैं जो जंगल को तबाह करना चाहते हैं।

अपने यहां बच्चों को ध्यान में रख कर बनाई जाने वाली इस तरह की एनिमेशन फिल्मों में आमतौर पर मनोरंजन और मैसेज के बीच घालमेल हो जाता है। लेकिन इस फिल्म में इन दोनों तत्वों के बीच काफी अच्छा संतुलन बनाते हुए मनोरंजन को प्रमुखता दी गई है। हंसाते-गुदगुदाते हुए यह फिल्म आपको काफी सारी अच्छी बातें सिखा जाती है। निर्देशक सुहास कदव ने अच्छी कल्पनाशीलता दिखाई है। केतन मेहता की कंपनी माया डिजिटल स्टूडियो ने उम्दा क्वालिटी का एनिमेशन तैयार किया है।

बच्चों के साथ-साथ बड़ों को भी पसंद आने का दम है इस फिल्म में।

अपनी रेटिंग-साढ़े तीन स्टार

Release Date-14 October, 2016

(दीपक दुआ फिल्म समीक्षक व पत्रकार हैं। 1993 से फिल्म-पत्रकारिता में सक्रिय। मिज़ाज से घुमक्कड़।  ‘सिनेयात्रा डॉट कॉम’ (www.cineyatra.com) के अलावा विभिन्न समाचार पत्रों, पत्रिकाओं, न्यूज पोर्टल आदि के लिए नियमित लिखने वाले दीपक रेडियो व टी.वी. से भी जुड़े हुए हैं।)

Tags: ketan mehtalotpotmaya digitalmayapurimotu patlureview motu patlusuhas kadav
ADVERTISEMENT
Previous Post

रिव्यू-बेवजह की गालियों से लबरेज ‘सात उचक्के’

Next Post

रिव्यू-चुन्नू पढ़ता ‘शिवाय’ कॉमिक्स मुन्नी पढ़ती ‘शिवाय’ कॉमिक्स

Related Posts

रिव्यू-चरस तो मत बोइए ‘मालिक’
CineYatra

रिव्यू-चरस तो मत बोइए ‘मालिक’

वेब-रिव्यू : राजीव गांधी हत्याकांड पर सधी हुई ‘द हंट’
CineYatra

वेब-रिव्यू : राजीव गांधी हत्याकांड पर सधी हुई ‘द हंट’

रिव्यू : मस्त पवन-सी है ‘मैट्रो… इन दिनों’
CineYatra

रिव्यू : मस्त पवन-सी है ‘मैट्रो… इन दिनों’

रिव्यू-‘कालीधर’ के साथ मनोरंजन ‘लापता’
CineYatra

रिव्यू-‘कालीधर’ के साथ मनोरंजन ‘लापता’

रिव्यू-’शैतान’ से ’मां’ की औसत भिड़ंत
CineYatra

रिव्यू-’शैतान’ से ’मां’ की औसत भिड़ंत

वेब-रिव्यू : रंगीले परजातंतर की रंग-बिरंगी ‘पंचायत’
फिल्म/वेब रिव्यू

वेब-रिव्यू : रंगीले परजातंतर की रंग-बिरंगी ‘पंचायत’

Next Post
रिव्यू-चुन्नू पढ़ता ‘शिवाय’ कॉमिक्स मुन्नी पढ़ती ‘शिवाय’ कॉमिक्स

रिव्यू-चुन्नू पढ़ता ‘शिवाय’ कॉमिक्स मुन्नी पढ़ती ‘शिवाय’ कॉमिक्स

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

  • होम
  • फिल्म/वेब रिव्यू
  • बुक-रिव्यू
  • यात्रा
  • यादें
  • विविध
  • हमारे बारे में
संपर्क – dua3792@yahoo.com

© 2021 CineYatra - Design & Developed By Beat of Life Entertainment

No Result
View All Result
  • होम
  • फिल्म/वेब रिव्यू
  • बुक-रिव्यू
  • यात्रा
  • यादें
  • विविध
  • हमारे बारे में

© 2021 CineYatra - Design & Developed By Beat of Life Entertainment