रिव्यू-सच के पोखरण में फिल्मी ‘परमाणु’
-दीपक दुआ... (This review is featured in IMDb Critics Reviews) 1998 में पोखरण में हुए परमाणु परीक्षण कितने जरूरी थे? ...
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Read more-दीपक दुआ... (This review is featured in IMDb Critics Reviews) टैगोर की अमर कहानी ‘काबुलीवाला’ बताती है कि अफगानिस्तान से ...
Read more-दीपक दुआ... 1991 का बरस था। नवंबर का महीना। बी.कॉम का दूसरा साल। सिनेमा में अपनी दिलचस्पी जोर पकड़ चुकी ...
Read more-दीपक दुआ... (This Review is featured in IMDb Critics Reviews) एक पहाड़ी शहर में एक पुरानी लाइब्रेरी। बूढ़ा लाइब्रेरियन। ढेरों ...
Read more-इनामुल हक़... बनारस में शूटिंग का पहला दिन था। छोटे शहरों की ‘सिनेमाई जिज्ञासा’ भीड़ में बदलने लगी थी। उसी ...
Read more-दीपक दुआ... (This review is featured in IMDb Critics Reviews) एक सीन देखिए-पाकिस्तानी आर्मी अफसर की बीवी बन कर भारत ...
Read more-दीपक दुआ... (This review is featured in IMDb Critics Reviews) हंसल मेहता। ‘बुद्धिजीवी’ फिल्मकार। आइए इनकी फिल्म की तारीफ करें।सबसे ...
Read more-दीपक दुआ... (This review is featured in IMDb Critics Reviews) पहली कहानी-दो बूढ़े। पहला बूढ़ा-ओल्ड स्कूल। अपने बुढ़ापे को स्वीकार ...
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